यदि आप 'कोरोना'झूठी महामारी की आड़ में भारत पर थोपे जाने वाले शैतानी अजेंडा को समझ चुके हैं तो इसे प्रत्येक भारतीय को जल्द से जल्द समझाने की कोशिश करें।
समाज, संस्कृति और देश बचाने के लिए ये बहुत ज़रूरी है।
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'कोरोना'झूठी महामारी की आड़ में भारत सरकार इस देश पर वर्ल्ड इकॉनोमिक फ़ोरम (WEF) का 'अजेंडा 2030'थोप रही है।
'अजेंडा 2030'के तहत भारत से लोकतंत्र, संविधान, नागरिकों के मौलिक अधिकार और सामाजिक/सांस्कृतिक स्वायत्तता सदा के लिए समाप्त की जा रही है।
हर जगह 'कोरोना'की पीछे 'अजेंडा 2030'की बात कीजिए ताकि प्रत्येक व्यक्ति की बुद्धि में -- बच्चे बच्चे की बुद्धि में -- ये बात बैठ जाए कि 'कोरोना'झूठी महामारी का ढोंग केवल वर्ल्ड इकॉनोमिक फ़ोरम (WEF) के 'अजेंडा 2030'को त्वरित गति से थोपने के लिए ही रचा किया गया है।
जब कोई कहे कि 'अजेंडा 2030'तो UN (संयुक्त राष्ट्र) का अजेंडा है और पर्यावरण को बचाने के लिए बनाया गया था तो उसे बताओ कि 'अजेंडा 2030'अब UN का नहीं बल्कि WEF का अजेंडा है क्योंकि पिछले साल (यानी जून 2019 में) UN और WEF की बीच 'स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फ़्रेमवर्क'नाम का एक समझौता हुआ जिसके तहत 'अजेंडा 2030' WEF को हस्तांतरित कर दिया गया।
WEF बिल गेट्स, रॉकफ़ेलर, अम्बानी और टाटा जैसे खरबपतियों का आपराधिक गिरोह है जो 'अजेंडा 2030'के तहत पूरी दुनिया पर कब्ज़ा कर रहा है।
'अजेंडा 2030'का उद्देश्य पर्यावरण को बचाना नहीं बल्कि "स्टेकहोल्डर कैपिटलिज़्म"नाम की नई पूँजीवादी व्यवस्था दुनिया पर थोपना है।
WEF के अनुसार "स्टेकहोल्डर कैपिटलिज़्म"के तहत दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनियों को प्रकृति, पूरी मानव जाति और समाज का ट्रस्टी (न्यासी) बनाया जा रहा है - मतलब पूरी दुनिया का मालिकाना हक़ बड़े पूंजीपतियों को दिया जा रहा है।
'अजेंडा 2030'के तहत ही WEF की "फ़ोर्थ इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन" (4IR) को भारत और बाक़ी दुनिया पर थोपा जा रहा है।
नरेंद्र मोदी भारत में अब तक WEF की "फ़ोर्थ इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन" (4IR) के दो केंद्र खोल चुका है - एक दिल्ली में और एक मुम्बई में।
4IR के तहत भारत में 5G, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन और जीन एडिटिंग जैसी ख़तरनाक, शैतानी और मानव जाति को ग़ुलाम बनाने वाली टेक्नोलॉजीज़ (प्रौद्योगिकी) लाई जा रही हैं।
जो व्यक्ति इस जानकारी को सत्यापित करना चाहता हो, उससे कहें कि वो नीति आयोग (जिसका अध्यक्ष स्वयं प्रधानमंत्री है) और WEF की वेबसाइटों पर इस जानकारी को सत्यापित कर सकता है।
WEF की वेबसाइट पर WEF के शैतानी इरादों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
इसके अलावा इस ब्लॉग साइट पर भी आपको 'अजेंडा 2030'को समझने के लिए बहुत सामग्रीमिलेगी।
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